Accessibility का मतलब यह है की ऐसे प्रोडक्ट्स और वातावरण को अच्छी से डिजाईन करना जो की डिसएबल लोगों (विकलांग) के लिए सहायक हो. उदहारण के लिए व्हीलचेयर, एंट्रीवे राम्प्स, हियरिंग एड्स, और ब्रैल्ली सिग्न्स.
वही आईटी की दुनिया में एक्सेसिबिलिटी का मतलब खाश तौर पर यह होता है की ऐसे हार्डवेयर और सॉफ्टवेर को भी डिजाईन करना जो की उन लोगों की मदद करे जो विकलांगता का अनुभव पहले से कर रहे हों.
हार्डवेयर क्या है ?
एक्सेसिबिलिटी हार्डवेयर उन्हें ही समझा जाता है की जिन्हें की ख़ास उद्देश्य से कुछ भी डिजाईन किया गया है वो भी किसी ऐसे चुने हुए लोग के लिए, जिससे की वो उसे कंप्यूटर को ऑपरेट करने में काफी मदद कर सके.
उदहारण के लिए आपको बता दू की एक्सेसिबिलिटी सामान जैसे की कीबोर्ड जिसपर keys पर सारे बड़े अक्षरों में ही लिखे हुए हों, बड़ी आकार के माउस और ट्रैकबल, पिल्लो स्विचेस जो की बहुत ही कम दबाव से ही वो आसानी से एक्टिवेट हो जाते हैं. ये सभी उपकरणों के उपयोग से कोई भी विकलांग व्यक्ति कंप्यूटर को आसानी से भी चला सकता है, जो की पहले ये संभव नहीं था.
सॉफ्टवेर क्या है ?
आजकल के आधुनिक समय में ऑपरेटिंग सिस्टम में ऐसे बहुत ही सारे स्टैण्डर्ड एक्सेसिबिलिटी का आप्शन पहले से ही इन्क्लुड़ भी किये जाते हैं जो कि यूजर को उन्हें आसानी से उपयोग करने में सहायक होते हैं, और उन्हें कोई बाहरी स्पेशलाइज्ड हार्डवेयर की भी जरुरत ही नहीं पड़ती है.
उदहारण के तौर पर विंडोज और macOS दोनों OS में डिस्प्ले मॉडिफिकेशन आप्शन, जैसे की मैग्निफिकेशन और इन्वेर्टिंग कलर्स पहले से ही इसमें शामिल किये जाते हैं, जो की आखों की तकलीफ वाले यूजर को काफी ही मदद कर सके. टेक्स्ट से स्पीच को भी आसानी से चालू किया जा सकता है जिससे स्क्रीन पर उपलब्ध टेक्स्ट को आसानी से उसे सुना भी जा सकता है. डिक्टेशन का भी उपयोग से आम कार्यों को करने के लिए भी किया जा सकता है वो भी वोकल कमांड के मदद से होती है। .
एक्सेसिबिलिटी का आप्शन को आपको निचे बताए गए स्टेप्स से आसानी से भी आप उसे प्राप्त कर सकते हैं अपने ऑपरेटिंग सिस्टम में उपयोग कर सकते है।
विंडोज: सेटिंग → Ease of Access
एंड्राइड: सेटिंग → एक्सेसिबिलिटी
macOS: सिस्टम प्रेफेरेंसेस → एक्सेसिबिलिटी
iOS: सेटिंग → जनरल → एक्सेसिबिलिटी